
करवा चौथ : सुहागिनों का सबसे पावन व्रत
परिचय: भारत त्योहारों की भूमि है, जहाँ हर पर्व अपने भीतर एक विशेष भावना और परंपरा को समेटे होता है। इन्हीं सुंदर परंपराओं में से एक है करवा चौथ, जो विवाहित महिलाओं द्वारा अपने पति की लंबी आयु और सुखमय जीवन के लिए रखा जाता है। यह व्रत केवल धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि प्रेम और समर्पण का प्रतीक भी है।
करवा चौथ का इतिहास और महत्व: करवा चौथ का इतिहास बहुत प्राचीन है। ऐसा कहा जाता है कि यह पर्व महाभारत काल से जुड़ा हुआ है। जब द्रौपदी ने अपने पति अर्जुन के कठिन समय में भगवान श्रीकृष्ण से सहायता मांगी, तब कृष्ण ने उन्हें यह व्रत करने की सलाह दी थी। तभी से यह परंपरा प्रचलित हुई। करवा चौथ का इतिहास और महत्व: करवा चौथ का मुख्य उद्देश्य है — पति की दीर्घायु और वैवाहिक जीवन की सुख-समृद्धि की कामना।
करवा चौथ 2025 पूजन समय और शुभ मुहूर्त
इस वर्ष करवा चौथ का व्रत बेहद शुभ संयोग में पड़ रहा है।
सुहागिनें इस दिन पूरे विधि-विधान से व्रत रखकर अपने पति की दीर्घायु की कामना करेंगी।
करवा चौथ पूजन का समय:
शाम 5:57 बजे से लेकर 7:11 बजे तक — यही समय पूजा और चाँद की आराधना के लिए सबसे शुभ माना गया है।
लाभ-उन्नति मुहूर्त:
रात 9:02 बजे से 10:35 बजे तक — यह समय विशेष रूप से सौभाग्य, समृद्धि और उन्नति की कामना के लिए उत्तम रहेगा।
इस शुभ दिन पर की गई पूजा से दांपत्य जीवन में प्रेम, विश्वास और खुशहाली बढ़ती है।
चाँद निकलने का समय (चंद्रोदय)
इस वर्ष करवा चौथ पर **चाँद रात 8:11 बजे (08:11 PM) निकलेगा — यह समय विशेष रूप से माना गया है कि उसी समय व्रत खोलने की रस्म शुरू होती है।
करवा चौथ व्रत विधि

सूर्योदय से पहले सरगी:
व्रत की शुरुआत सास द्वारा दी गई सरगी से होती है। इसमें फल, मिठाइयाँ और अन्य पकवान होते हैं जिन्हें सूर्योदय से पहले खाया जाता है।
पूरे दिन निर्जला व्रत:
महिलाएँ दिन भर जल तक ग्रहण नहीं करतीं और पूरे दिन भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा करती हैं।
संध्या पूजन:
शाम के समय महिलाएँ करवा, दीया, छलनी और पूजा की थाली सजाकर कथा सुनती हैं।
चाँद देखने की परंपरा:
रात में चाँद को छलनी से देखने के बाद पति को देखने की परंपरा होती है। फिर पति पत्नी को जल पिलाकर व्रत खोलवाते हैं।
करवा चौथ का महत्व
यह व्रत न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह पति-पत्नी के रिश्ते की गहराई को भी दर्शाता है। आज के समय में यह पर्व आधुनिकता और परंपरा का सुंदर संगम बन चुका है — जहाँ कई पति भी अपनी पत्नियों के साथ उपवास रखते हैं।
करवा चौथ व्रत कथा (Karwa Chauth Vrat Katha in Hindi)

बहुत समय पहले एक ब्राह्मण के सात पुत्र और एक पुत्री थी। पुत्री का नाम वीरावती था। जब वीरावती की शादी हुई, तो विवाह के बाद उसने अपने पहले करवा चौथ का व्रत रखा। पूरे दिन वह भूखी-प्यासी रही। शाम को जब चाँद नहीं निकला, तो उसे बहुत भूख और प्यास लगी और वह बेहोश होकर गिर पड़ी।
यह देखकर उसके भाइयों को बहुत दुख हुआ। उन्होंने अपनी बहन की यह हालत नहीं देखी और एक उपाय निकाला। उन्होंने पास के पेड़ पर एक दीपक जलाकर छलनी में दिखाया ताकि बहन को लगे कि चाँद निकल आया है।
वीरावती ने वह झूठा चाँद देखा और जल ग्रहण कर व्रत तोड़ दिया। लेकिन जैसे ही उसने भोजन किया, कुछ ही समय बाद उसका पति बीमार पड़ गया और मृत्यु के समान अवस्था में चला गया।
वीरावती को बहुत दुःख हुआ। उसने अपने पति की लंबी आयु के लिए फिर से कठोर तपस्या और करवा चौथ का सच्चे मन से व्रत रखा। उसकी सच्ची श्रद्धा और निष्ठा से प्रसन्न होकर माता पार्वती और भगवान शिव ने उसे आशीर्वाद दिया और उसके पति को पुनः जीवन मिला।
तभी से करवा चौथ का व्रत हर सुहागिन महिला अपने पति की दीर्घायु और मंगल जीवन के लिए श्रद्धा भाव से करती है।
निष्कर्ष
करवा चौथ भारतीय संस्कृति की उस सुंदर भावना को दर्शाता है, जहाँ प्रेम, त्याग और आस्था एक साथ मिलकर रिश्तों को और भी पवित्र बनाते हैं। यह केवल एक व्रत नहीं, बल्कि वैवाहिक जीवन के विश्वास और समर्पण का उत्सव है।

करवा चौथ की हार्दिक शुभकामनाएं
चाँद की रोशनी से चमके आपका जीवन, प्रेम और विश्वास से सजे आपका आँगन। करवा चौथ की शुभकामनाएं!
व्रत करे सुहागन अपनी सच्चे दिल से, मिले उसे वरदान हर पल अपने पिया के मिलन का।
सुख, समृद्धि और स्नेह का प्रतीक यह पर्व, लाए आपके जीवन में नई खुशियाँ हर वर्ष।
करवा चौथ के इस पावन दिन पर, आपका जीवन रहे प्रेम से भरा और मन से जुड़ा।
चाँद से खूबसूरत आपका रिश्ता रहे, हर जन्म में वही साथी आपका नसीब बने। करवा चौथ मुबारक!
करवा चौथ स्टेटस (WhatsApp / Facebook / Instagram के लिए)
व्रत मेरा सच्चा, प्यार मेरा गहरा — यही है करवा चौथ का पहरा।
आज फिर से सजेगी थाली, छलनी से दिखेगा चाँद — और पूरा होगा प्रेम का वादा अनंतकाल तक।
वो मेरे दिल का करवा है, मैं उसकी चौथ हूँ!
करवा चौथ — सिर्फ व्रत नहीं, एक एहसास है अपने हमसफ़र की सलामती का।
प्यार का ये बंधन चाँद से भी उजला, करवा चौथ मुबारक हो मेरी जान को।
करवा चौथ संदेश
“करवा चौथ का यह पावन व्रत आपके वैवाहिक जीवन में खुशियों का चाँद हमेशा चमकाता रहे। भगवान शिव-पार्वती आपकी जोड़ी को अटूट बनाए रखें।”