Category: गुलजार

  • पूरे का पूरा आकाश घुमा कर / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    पूरे का पूरा आकाश घुमा कर / गुलज़ार Lyrics in Hindi पूरे का पूरा आकाश घुमा कर बाज़ी देखी मैने, पूरे का पूरा आकाश घुमा कर बाज़ी देखी मैने काले घर में सूरज चलके, तुमने शायद सोचा था मेरे सब मोहरे पिट जायेंगे. मैने एक चराग जलाकर रोशनी कर ली, अपना रस्ता खोल लिया तुमने […]

  • इक इमारत / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    इक इमारत / गुलज़ार Lyrics in Hindi इक इमारत है सराय शायद, जो मेरे सर में बसी है. सीढ़ियाँ चढ़ते-उतरते हुए जूतों की धमक, बजती है सर में कोनों-खुदरों में खड़े लोगों की सरगोशियाँ, सुनता हूँ कभी साज़िशें, पहने हुए काले लबादे सर तक, उड़ती हैं, भूतिया महलों में उड़ा करती हैं चमगादड़ें जैसे इक […]

  • सितारे लटके हुए हैं तागों से आस्माँ पर/ गुलज़ार Lyrics in Hindi

    सितारे लटके हुए हैं तागों से आस्माँ पर/ गुलज़ार Lyrics in Hindi सितारे लटके हुए हैं तागों से आस्माँ पर चमकती चिंगारियाँ-सी चकरा रहीं आँखों की पुतलियों में नज़र पे चिपके हुए हैं कुछ चिकने-चिकने से रोशनी के धब्बे जो पलकें मूँदूँ तो चुभने लगती हैं रोशनी की सफ़ेद किरचें मुझे मेरे मखमली अँधेरों की […]

  • ख़ुदा / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    ख़ुदा / गुलज़ार Lyrics in Hindi पूरे का पूरा आकाश घुमा कर बाज़ी देखी मैंने काले घर में सूरज रख के, तुमने शायद सोचा था, मेरे सब मोहरे पिट जायेंगे, मैंने एक चिराग़ जला कर, अपना रस्ता खोल लिया. तुमने एक समन्दर हाथ में ले कर, मुझ पर ठेल दिया। मैंने नूह की कश्ती उसके […]

  • चौदहवीं रात के इस चाँद तले/ गुलज़ार Lyrics in Hindi

    चौदहवीं रात के इस चाँद तले/ गुलज़ार Lyrics in Hindi चौदहवीं रात के इस चाँद तले सुरमई रात में साहिल के क़रीब दूधिया जोड़े में आ जाए जो तू ईसा के हाथ से गिर जाए सलीब बुद्ध का ध्यान चटख जाए ,कसम से तुझ को बर्दाश्त न कर पाए खुदा भी दूधिया जोड़े में आ […]

  • देखो, आहिस्ता चलो / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    देखो, आहिस्ता चलो / गुलज़ार Lyrics in Hindi देखो, आहिस्ता चलो, और भी आहिस्ता ज़रा देखना, सोच-सँभल कर ज़रा पाँव रखना, ज़ोर से बज न उठे पैरों की आवाज़ कहीं. काँच के ख़्वाब हैं बिखरे हुए तन्हाई में, ख़्वाब टूटे न कोई, जाग न जाये देखो, जाग जायेगा कोई ख़्वाब तो मर जाएगा

  • बस एक चुप सी लगी है / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    बस एक चुप सी लगी है / गुलज़ार Lyrics in Hindi बस एक चुप सी लगी है, नहीं उदास नहीं! कहीं पे सांस रुकी है! नहीं उदास नहीं, बस एक चुप सी लगी है!! कोई अनोखी नहीं, ऐसी ज़िन्दगी लेकिन! खूब न हो, मिली जो खूब मिली है! नहीं उदास नहीं, बस एक चुप सी […]

  • रात चुपचाप दबे पाँव चली जाती है / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    रात चुपचाप दबे पाँव चली जाती है / गुलज़ार Lyrics in Hindi रात चुपचाप दबे पाँव चली जाती है रात ख़ामोश है रोती नहीं हँसती भी नहीं कांच का नीला सा गुम्बद है, उड़ा जाता है ख़ाली-ख़ाली कोई बजरा सा बहा जाता है चाँद की किरणों में वो रोज़ सा रेशम भी नहीं चाँद की […]

  • टैगोर / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    टैगोर / गुलज़ार Lyrics in Hindi एक देहाती सर पे गुड की भेली बांधे, लम्बे- चौडे एक मैदा से गुज़र रहा था गुड की खुशबु सुनके भिन-भिन करती एक छतरी सर पे मंडलाती थी धूप चढ़ती और सूरज की गर्मी पहुची तो गुड की भेली बहने लगी मासूम देहाती हैरा था माथे से मीठे-मीठे कतरे […]

  • पूरा दिन / गुलज़ार Lyrics in Hindi

    पूरा दिन / गुलज़ार Lyrics in Hindi मुझे खर्ची में पूरा एक दिन, हर रोज़ मिलता है मगर हर रोज़ कोई छीन लेता है, झपट लेता है, अंटी से कभी खीसे से गिर पड़ता है तो गिरने की आहट भी नहीं होती, खरे दिन को भी खोटा समझ के भूल जाता हूँ मैं गिरेबान से […]