जमहूरियत / इक़बाल

जमहूरियत / इक़बाल

जमहूरियत

इस राज़[1]को इक मर्दे-फ़िरंगी[2] ने किया फ़ाश[3]
हरचंद कि दाना[4]इसे खोला नही‍ करते

जमहूरियत[5]इक तर्ज़े-हुकूमत[6]है कि जिसमें
बन्दों को गिना करते है‍ तोला नहीं करते

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *