एक अकेले से / अरुणा राय
चलते – चलते
हाथ बढ़ाए हमने
तो वो उलझे
और छूट गए
और छोड़ गए उलझन
अब
एक अकेले से
वह सुलझे कैसे …
एक अकेले से / अरुणा राय
चलते – चलते
हाथ बढ़ाए हमने
तो वो उलझे
और छूट गए
और छोड़ गए उलझन
अब
एक अकेले से
वह सुलझे कैसे …
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